Beautiful Girl Shayari 020
क्या हुस्न था कि आँख से देखा हजार बार,
फिर भी नजर को हसरत-ए-दीदार रह गयी।
क्या हुस्न था कि आँख से देखा हजार बार,
फिर भी नजर को हसरत-ए-दीदार रह गयी।
ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले,
तन्हाई में खुद अपनी तस्वीर न देखा कर।
बचपन में सोचता था चाँद को छू लूँ,
आपको देखा वो ख्वाहिश जाती रही।
लड़ने दो जुल्फों और हवाओं को आपस में
तुम क्यों हाथ से उन में सुलह कराने लगती हो।
वो बेनकाब फिरती है गली कूचों में,
तो कैसे शहर के लोगो में कतले आम न हो।
तुम्हारी खूबसूरती देख कर होश सर ए बाजार फाख्ता है,
लोग कहते है की मयकदे से लौटा होगा।
-ShayarKavi
तुम को सजने सवारने की जरूरत क्या है
तुम्हारी आंखें ही जेवर है, तुम्हारी मुस्कान ही गहना।
– ShayarKavi
कहती हो, तुम जैसी और भी हज़ारो होंगी
किसी और की अदाओ पे मरने को जी नहीं करता
जीना एक ही बार है दुनिया में लेकिन
किसी और के साथ जिंदगी जाया करने को जी नहीं करता।
-ShayarKavi
आँखें है तेरी या ग़ालिब की ग़ज़ल
हर दफा बड़ी फुर्सत से पढता हूँ ।
-ShayarKavi
नजाकत ले के आँखों में,
वो उनका देखना तौबा,
या खुदा हम उन्हें देखें,
के उनका देखना देखें।