LoveShayari041
भूल जाता हूँ मैं सबकुछ आपके सिवा, यह क्या मुझे हुआ है,
क्या इसी एहसास को दुनिया ने इश्क़ का नाम दिया है।
Love Shayari
भूल जाता हूँ मैं सबकुछ आपके सिवा, यह क्या मुझे हुआ है,
क्या इसी एहसास को दुनिया ने इश्क़ का नाम दिया है।
मुझको चाहते होंगे और भी बहुत लोग,
मगर मुझे मोहब्बत सिर्फ अपनी मोहब्बत से है।
कभी कभी न का मतलब इंकार नही होता,
कभी कभी हर नकामयाबी का मतलब हार नही होता,
अरे क्या हुआ तू हमारे साथ नही,
क्योंकि हर वक्त साथ रहने का मतलब प्यार नही होता।
खींच लेती है हर बार मुझे तेरी मोहब्बत,
वरना मैं बहुत बार मिला हूँ आखिरी बार तुझसे।
दूर होकर भी जो शख्स समाया है मेरी रूह में,
पास वालों पर वो कितना असर रखता होगा।
रास्ता भी वही से शुरू होता है मेरा जहाँ आप होते हो,
नजरे भी वही तक जाती है मेरी जहाँ तक आप होते है,
यूँ तो हजारो फूल खिलतें है लेकिन,
महक वहीं तक होती है जहाँ तक आप होते हो।
हर नजर को एक नजर की तलाश है।
हर चेहरे में कुछ खास है।
आपसे दोस्ती हम यूं ही नहीं कर बैठे,
क्या करे, हमारी पसंद ही कुछ खास है।
बैठे रहो सामने दिल को करार आयेगा,
जितना देखेंगे तुम्हे उतना ही प्यार आयेगा।
तुम न मिले तो टूट कर बिखर जायेंगे,
और जो मिल गये तो गुलशन की तरह खिल जायेंगे,
तुम न मिले तो जीते जी ही मर जायेंगे,
और जो मिल गये तो मर मर के भी जी जायेंगे।
किसी ने पुछा, कभी इश्क हुआ था?
हम मुस्कुराकर बोले- आज भी है।
न जाने कब वो खूबसूरत रात होगी,
जब उनकी निगाहें हमारी निगाहों के साथ होंगी,
बैठे हैं हम उस रात के इंतज़ार में,
जब उनके होंठों की सुर्खियां हमारे होंठों के साथ होंगी।