SadShayari027 तू चली आये ज़िन्दगी में बस यही आस रहती है, इन निगाहों को बस तेरे चेहरे की प्यास रहती है।
SadShayari024 आज तक है उसके लौट आने की उम्मीद, आज तक ठहरी है ज़िन्दगी अपनी जगह, लाख ये चाहा कि उसे भूल जायें पर, हौंसले अपनी जगह बेबसी अपनी जगह।
SadShayari023 गुमनाम चेहरों में बस एक ही चेहरा नज़र आता है, कुछ और मैं क्या सोचूँ उसकी यादों में सारा वक्त गुज़र जाता है।
SadShayari022 खामोशियां बोल देती है, जिनकी बाते नहीं होती, इश्क वो भी करते हैं, जिनकी मुलाकाते नहीं होती।