खींच लेती है हर बार मुझे तेरी मोहब्बत,
वरना मैं बहुत बार मिला हूँ आखिरी बार तुझसे।
दूर होकर भी जो शख्स समाया है मेरी रूह में,
पास वालों पर वो कितना असर रखता होगा।
खींच लेती है हर बार मुझे तेरी मोहब्बत,
वरना मैं बहुत बार मिला हूँ आखिरी बार तुझसे।
दूर होकर भी जो शख्स समाया है मेरी रूह में,
पास वालों पर वो कितना असर रखता होगा।