LoveShayari031

तेरे दीदार को निकलते है तारे,

तेरी महक से छा जाती है बहारे,

तेरे साथ दिखते हैं कुछ ऐसे नजारे,

अब तो चाँद भी तुझे छुप छुप के निहारे।

वहां तक चले चलो जहाँ तक साथ मुमकिन है,

जहाँ हालात बदलेंगे वहां तुम भी बदल जाना।